खेल खेलने के लिए कॉमनवेल्थ हो रहा है पर जिस खेल को दुनिया में सबसे अधिक पसंद किया जाता है उसका हमारे यहां क्या हश्र है. क्या केवल कॉमनवेल्थ के लिए अच्छे स्टेडियम बना लेने से भारत खेलों की दुनिया में अपना नाम अव्वल कर लेगा?
फुटबॉल में हम कहां हैं......इन सवालों से हम नहीं बच सकते.
अचलेंद्र स्वागत है ब्लॉग की दुनिया में...आपकी कलम से ( भले ही आप की-बोर्ड का इस्तेमाल करें) करारे लेख की दरकार रहेगी...
ReplyDeleteआपका मित्र
शैलेन्द्र